Friday, 20 February 2009

शिव कविता

इंद्र जिमि जृंभपर !
बाडव सुअंभपर !
रावण सदंभपर !
रघुकुल राज है !!

पौन वारिवाह पर !
संभु रतिनाह पर !
ज्यो सहसवाह पर !
राम द्विज राज है !

दावा दृमदंड पर !
चिता मृगझुंड पर !
भूषण वितुंड पर !
जैसे मृगराज है !!

तेज तमंअंस पर !
कन्न्ह जिमि कंस पर !
त्यों म्लेंच्छ बंस पर !
शेर शिवराज है !!

शेर शिवराज है !!
शेर शिवराज है !!
शेर शिवराज है !!
शेर शिवराज है !!

--कवीराज भूषण.

No comments:

Post a Comment